Tuesday, September 6, 2011

२७ यूनिट रक्तदान

दिनांक ०६ सितम्बर, २०११
सेवा भारती, किशनगढ़

२७ यूनिट रक्तदान
सेवा भारती किशनगढ़ की ओर से यज्ञनारायण चिकित्सालय के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. रक्तदान प्रभारी सुनील काबरा एवं सत्यनारायण सैनी ने बताया कि इस अवसर पर २७ यूनिट रक्त एकत्रित किया गया. रक्तदान करने वालों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचार प्रमुख (अजयमेरु) लक्ष्मीनारायण सोनगरा, बद्रीनारायण शर्मा (पाथेय कण, प्रभारी ), अश्विनी परिहार (स्वयंसेवक), पारस गंधी, सीताराम बंसल(सेवा भारती प्रभारी, किशनगढ़) दिनेश चंदेल, सुरेश यादव, सुनील काबरा, रमजान, मायारानी
(दुर्गावाहिनी प्रभारी ) प्रमुख थे. इस अवसर पर जिला इन्टरनेट प्रमुख (अजयमेरु) भारत भूषण शर्मा भी उपस्थित थे.
ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने सभी का आभार जताया.



Tuesday, April 12, 2011

अखंड भारत की कल्पना को साकार किया

०४.०४.२०११
किशनगढ़,
जिला-अजमेर (राजस्थान)

सोमवार दिनांक ०४.०४.२०११ को नव-संवत्सर समारोह समिति के तत्वाधान में सांयकाल ७.३० बजे माँ दुर्गा एवं भारत माता की भव्य महाआरती काचरिया पीठाधीश्वर डॉ. जयकृष्ण देवाचार्य जी के सानिध्य में की गयी. समिति के सह-संयोजक श्री अभिषेक विजयवर्गीय ने बताया कि समारोह में सर्वप्रथम अखंड भारत का नक्शा बनाकर दीपक प्रज्ज्वलित किये गए. तत्पश्चात १०८ मंगलदीपों से भव्य आरती की गयी. इससे पूर्व प्रात: ७.३० बजे समिति के सदस्यों द्वारा सभी नागरिकों का कुमकुम-अक्षत तिलक से स्वागत व अभिनन्दन कर नीम कोंपल, काली मिर्च एवं मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया. भारत विकास परिषद् की प्रभात रैली का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया.
डॉ. जय कृष्ण जी देवाचार्य ने अपने उदबोधन में कहा कि आज अपना नववर्ष हेँ, और हमें इस तरह के कार्यक्रम करके लोगों को यह बताना पद रहा हेँ कि आज भारतीय या हिन्दू नववर्ष हेँ. जबकि हमें यह नहीं बताना पड़ता कि कब ३१ और ०१ जनवरी हेँ या कब १४ फरवरी हेँ. पाश्चात्य संस्कृति की आलोचना करते हुए देवाचार्य जी ने हिन्दू संस्कृति एवं हिन्दू नववर्ष के महत्त्व पर प्रकाश डाला. आज की माताओं-बहिनों को यह कहना पड़ रहा हेँ कि वे शाम को अपने-२ घरों में दीपक प्रज्ज्वलित करें. उन्होंने राष्ट्रवादी संगठनों व नव-संवत्सर समारोह समिति को इस कार्यक्रम के लिए साधुवाद दिया जो आज भी इस परंपरा को विगत ८ वर्षों से बड़े ही धूमधाम से समारोह पूर्वक जीवित रखे हुए हेँ.
समिति के संयोजक होमेश्वर पारीक ने कार्यक्रम में पधारे सभी नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपने देश के लिए जीना सीखना चाहिए. मंच संचालन करते हुए श्री लक्ष्मीनारायण सोनगरा ने सुन्दर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया.इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मातृशक्ति द्वारा अपने साथ लायी हुई पूजा की थाली व ५-५ दीपक के साथ आरती करना रहा. भारत माता की महाआरती के साथ-२ श्री भगवानजी जोशी व भारत भूषण शर्मा द्वारा माँ दुर्गा की आरती भी गायी गयी. तत्पश्चात मुख्य चौराहा पर की गयी भव्य आतिशबाजी ने सभी को आश्चर्यचकित एवं आनन्दित कर दिया.
इस कार्यक्रम में नगर संघचालक श्री रामप्रसाद शर्मा, नव-संवत्सर समारोह समिति के धर्मेन्द्र पाटनी, राजीव शर्मा, संग्राम सिंह, कोषाध्यक्ष महेंद्र कामदार, शम्भू शर्मा, भारत भूषण शर्मा, बद्रीनारायण शर्मा, विहिप जिलाध्यक्ष विपुल चतुर्वेदी, रमेश दीक्षित, प्रकाश राठी, गोविन्द बाहेती, पार्षद सुरेश यादव, जगदीश सोनगरा आदि सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे.















Monday, February 28, 2011

ऑल इंडिया ब्राह्मण कन्वेंशन जयपुर में

बिडला ऑडिटोरियम में जुटेंगे देश भर के २००० प्रतिनिधि  

सर्व  ब्राह्मण महासभा की ओर  से राष्ट्रीय स्तर की पांचवीं ऑल इंडिया ब्राह्मण  कन्वेंशन पहली बार जयपुर के बिडला सभागार में होगी | महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इस कन्वेंशन में देशभर के करीब २००० प्रतिनिधि शामिल होंगे | इससे पहले यह दिल्ली, इंदौर, लखनऊ, हरिद्वार में हो चुकी हेँ | इसमें ब्राह्मणों की राजनीतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक दशा पर चर्चा होगी | आयोजन समिति अध्यक्ष आर. एस. जैमिनी ने बताया कि कन्वेंशन २७ व २८ मार्च को होगी | इसमें ब्राह्मण प्रतिष्ठा की पुनर्स्थापना, ब्राह्मण सम्मलेन व समाज का मार्गदर्शन, वेद, कर्मकांड, वर्तमान परिवेश, ब्राह्मण परंपरा, कॉर्पोरेट वर्ल्ड में ब्राह्मणों के भविष्य व ब्राह्मण युवाओं की दशा व दिशा पर भी चर्चा होगी | महासभा के मुख्य समन्वयक योगेश दाधीच ने बताया कि इसमें देश भर के प्रमुख संगठन व देश-विदेश के अनेक विद्वान शामिल होंगे | साथ ही जयपुर के प्रमुख उद्योगपतियों, चिकित्सकों , समाजसेवी, कलाकार, खिलाडी  व संत-महंतों को आमंत्रित किया जायेगा  | 



Sunday, February 27, 2011

हिन्दू चिंतन और आतंकवाद : डॉ. सतीश चन्द्र मित्तल

साभार :- पान्च्जन्य २० फरवरी, 2011

महान दार्शनिक श्री राधाकृष्ण के शब्दों में, "हिन्दू धर्म किसी पद्धति, पुस्तक या पैगम्बर से नहीं बना हेँ बल्कि यह निरंतर अनुभव एवं आधार पर की गयी सत्य की खोज हेँ" | (द हिन्दू व्यू ऑफ़ लाइफ) विश्व प्रसिद्ध इतिहासकार जदुनाथ सरकार ने माना कि, "हिंदुत्व कोई धर्म नहीं, बल्कि धर्मों का संयोग, विश्वासों का सहयोगी तथा दर्शन की संघ रचना हेँ" |  फ्रांसीसी दार्शनिक रोमा रोलां ने हिंदुत्व को विविध सम्प्रदायों का एक सुन्दर गुलदस्ता माना हेँ | धार्मिक स्वतंत्रता का उदात्त विचार हिन्दू धर्म ने दिया हेँ जो 'जियो और जीने दो' तथा सर्वधर्म समभाव के उदात्त विचारों को न केवल हिन्दुओं के लिए अपितु विश्व सभ्यता के लिए एक जीवन व्यवस्था तथा जीने का ढंग प्रदान करता हेँ |
   हिन्दू संस्कृति को विश्व संस्कृति कहा जा सकता हेँ | हिन्दू जीवन रचना में व्यक्तिगत स्वतंत्रता, उच्च नैतिक जीवन मूल्य, आत्म-नियंत्रण, आत्म-संयम तथा सक्षम संस्कारों के द्वारा समस्त मानव जीवन की योजना प्रस्तुत की गयी हेँ | जहाँ इस्लाम केवल कुरान और हदीस को ही महत्व देता हेँ, और उनका विश्व-बंधुत्व केवल मुस्लिम जगत तक ही सीमित हेँ, पोप का ईसाई समाज केवल कैथोलिक ईसाईयों के हितों की बात करता हेँ, वहीँ हिन्दू दर्शन में 'सर्वे भवन्तु सुखिन:', 'वसुधैव कुटुम्बकम' तथा 'क्र्न्वंतों विश्वमार्यम' की कामना की गयी हेँ | हिन्दू चिंतन मूलत: आध्यात्मिकता एवं भौतिकता का बेजोड़ समन्वय हेँ | हिन्दू दर्शन एक जीवन प्रणाली हेँ, जिसमें अनेक उच्च नैतिक गुणों का समावेश हेँ | प्रसिद्ध मोरक्को यात्री इब्न्बतुता को हिन्दू की सहिष्णुता पर बड़ा आश्चर्य हुआ | विश्व प्रसिद्ध समाजशास्त्री मैक्स वेबर मानता हेँ कि हिन्दू में अथाह सहिष्णुता हेँ | हिंदुत्व गत १२०० वर्षों से भारतीय इतिहास में राजनीतिक संघर्ष तथा सांस्कृतिक जागरण एवं चेतना का स्वर रहा हेँ | महाकवि चंद वरदाई, महाकवि भूषण, गुरु तेगबहादुर, गुरु गोविन्द सिंह से लेकर १९ वीं शताब्दी में राजाराम मोहन रॉय, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविन्द,  स्वामी दयानंद  तथा २० वीं शताब्दी में लोकमान्य बाल  गंगाधर तिलक, लाला हरदयाल, डॉ. हेडगेवार आदि ने इसी आधार पर देश में नव चेतना जगाई | 
स्वतंत्रता के पश्चात् ब्रिटिश राज की 'फूट डालो और राज करो' की नीति के कारण कुछ स्वार्थी राजनेताओं ने मुस्लिम वोटों के लालच में 'हिन्दू आतंकवाद' शब्दावली का अविष्कार किया हेँ |
व्यवहारिक रूप  से आतंकवाद  का राजनीतिक असफलताओं अथवा स्वार्थों के वशीभूत होकर निर्दोष नागरिकों की हत्या करना माना जाता हें | विश्व इतिहास में यह कुकृत्य नया नहीं हें | यूरोप तथा इस्लामी देशों में रक्तरंजित अत्याचारों से सैंकड़ों पृष्ठ भरे पड़े  हेँ | आज भी विश्व इस्लामी आतंकवाद, जिहाद और दहशतगर्दी से त्राहि माम कर रहा हेँ | अपनी असफलताओं  से क्षुब्ध होकर अथवा अपने स्वार्थ से प्रेरित होकर कुछ वर्तमान सत्ता-लोलुप राजनेताओं ने हिन्दू आतंकवाद शब्द उछाला  हेँ | लगता हेँ उन्हें हिन्दू चिंतन तथा जीवन प्रणाली  तथा भारतीय इतिहास का ज्ञान नहीं हेँ | 
कुछ लोगों को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को आतंकवादी कहने में शर्म नहीं आती | ऐसे ही लोगों को आज हिन्दू आतंकवाद दिखाई देता हेँ | इनके विपरीत विश्व के अनेक चिन्तक, विचारक विश्व की अनेक समस्याओं, दु:खों, आतंकवाद एवं जिहाद का निराकरण हिन्दू जीवन मूल्यों में ही ढूंढते हेँ |
अलबर्ट आइन्स्टीन ने कहा था कि यदि सचमुच मन की शांति चाहते हो तो आपको पूरब की ओर देखना होगा, विशेष तौर पर भारत की ओर |
अत: यह तो निश्चित हेँ कि हिन्दू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता | जो हिन्दू आतंकवाद का नारा लगाते हेँ, उनकी क्षुद्र सोच से भारत की समस्याओं का हल नहीं होगा, बल्कि हिन्दू चिंतन से विश्व से आतंकवाद अवश्य समाप्त होगा तथा हिन्दू जीवन विश्व को जीने का मार्ग दिखलाएगी | 

Wednesday, February 16, 2011

जन - संपर्क अभियान गांवों में

१७ .०२ .२०११
मदनगंज-किशनगढ़ (जिला-अजमेर)

मदनगंज-किशनगढ़ के गाँव ढाणी-पुरोहितान के डॉ. सूरज सिंह रावत की टोली एवं रामनेर ढाणी के टोली सुरेश जांगिड द्वारा जन-संपर्क अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को हिन्दू विरोधी दुष्प्रचार की राजनीति, जम्मू-कश्मीर की अखंडता एवं राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण आदि विषयों पर तथ्यपरक जानकारी देकर केंद्र सरकार की भेदभाव  पूर्ण नीतियों से अवगत कराया. दोनों टोलियों में केसरसिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह, नन्दसिंह राजपूत, भागचंद चौधरी, सुनील जांगिड, कैलाश चौधरी, आदि उपस्थित थे.  




 

जन-संपर्क अभियान जोरों पर

१६ .०२ .२०११ 
मदनगंज-किशनगढ़

जन-संपर्क अभियान जोरों पर  
            

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चलाया जा रहा जनसंपर्क अभियान जोर-शोर से चल रहा हेँ. बुधवार को बजरंग कालोनी, शिवशक्ति कालोनी, में जनसंपर्क किया गया. जिला प्रचार प्रमुख लक्ष्मीनारायण सोनगरा ने बताया कि जनसंपर्क अभियान हरमाड़ा, भोजियावास, एवं गाँवों में किया गया. अभियान में जम्मू-कश्मीर की अखंडता, हिन्दू विरोधी दुष्प्रचार की राजनीति, रामजन्म भूमि पर श्रीराम  मंदिर निर्माण के बारे में पत्रक के माध्यम से जानकारी दी. इस अवसर पर संघ के पदाधिकारी मौजूद थे.

 

jan-sampark abhiyaan ki shuruaat

१०.०२.२०११
मदनगंज-किशनगढ़ (जिला-अजमेर )
संघ उतरा मैदान में 

हिंदूवादी संगठनों के खिलाफ दुष्प्रचार की राजनीति के विरोध में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मैदान में उतर गया हेँ. संघ ने बुधवार को बजरंग कालोनी स्थित बजरंग शाखा बस्ती से जनसंपर्क अभियान का शुभारम्भ कर दिया हेँ. 
इस मौके पर जनसंपर्क अभियान पत्रक का विमोचन भी किया गया. विमोचन कार्यक्रम को मुख्य वक्ता माधव गोशाला के प्रभारी देवाराम ने कहा कि हिन्दू विरोधी दुष्प्रचार की राजनीति के तहत केंद्र सरकार संघ को आतंकवादी संगठन घोषित करने की साजिश रच रही हेँ. इस दुष्प्रचार के खिलाफ संघ के कार्यकर्त्ता घर-घर जनसंपर्क  कर लोगों को जागरूक करेंगे. 
इस दौरान वक्ताओं ने भारत में रहने वाले हिन्दुओं को अपने अस्तित्व की रक्षा के जागृत होने एवं युवा वर्ग को समाज एवं राष्ट्र के प्रति कर्तव्य का पालन करने का आहवान किया. 
इससे पूर्व जिला संघचालक मुकेश अग्रवाल, जिला प्रचार प्रमुख लक्ष्मीनारायण  सोनगरा, जिला इन्टरनेट प्रमुख भारत भूषण शर्मा एवं अन्य ने पत्रक का विमोचन किया. कार्यक्रम में प्रकाश यादव, नौरतमल सिसोदिया, अजय प्रजापति, सूरज यादव, जीवन चौधरी, अर्जुन लुहार, गोपाल यादव, धनराज, छोटू चौधरी, बजरंग शाखा कार्यवाह नंदकिशोर सेन, हेमेन्द्र आदि उपस्थित थे.